उत्तर प्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर के निर्माणाधीन गर्भगृह के डिजाइन को फाइनल कर लिया गया है। विशेषज्ञों की एक टीम ने अयोध्या के राम मंदिर के निर्माणाधीन गर्भगृह के डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया है। राम मंदिर दिसंबर 2023 में जनता के लिए खोले जाने की संभावना है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, “राम मंदिर के गर्भगृह को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि हर राम नवमी पर दोपहर के समय राम लला पर सूरज की किरणें पड़े।” बताया जा रहा है कि राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर की तरह किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने दिया था सुझाव- राम मंदिर निर्माण समिति का नेतृत्व के वाले विशेषज्ञों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर ट्रस्ट को सुझाव दिया था कि राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर की तर्ज पर किया जाना चाहिए, ताकि सूर्य की रोशनी सीधे देवता पर पड़े। राम मंदिर का गर्भगृह उस अधिरचना का हिस्सा है जो वर्तमान में बनाया जा रहा है।