सभी मंदिर में भगवान का वास होता है, पूजा-पाठ होती है, लेकिन पता नहीं था कि कोई ऐसा भी मंदिर हो सकता है जो अछूत माना जाता है। जी हां ऐसा ही मंदिर झारखंड के गोड्डा जिले में बताया जा रहा है जहां इस मंदिर में जाने से लोग डरते हैं। इतना ही नहीं इस मंदिर को अछूत माना जाता है।
इस मंदिर में नहीं है भगवान की कोई भी मूर्ति – मामला जिले के बसंतराय तालाब के ऊपर एक मंदिर का है। बताया जा रहा है कि इस मंदिर में प्रवेश करना मना है। अगर कभी गांव के मैदान में खेलते हुए बच्चों की गेंद इस मंदिर में चली जाती है तो इस मंदिर में प्रवेश के बाद उन्हें घर जाकर स्नान करना पड़ता है। कहा जाता है कि लोग इस मंदिर में जाने से डरते हैं। इस मंदिर में भगवान की कोई भी मूर्ति की स्थापना नहीं हुई है और ना ही कोई इस मंदिर में जाता है।
“मंदिर में प्रवेश करने से जीवन में कुछ ना कुछ हो जाता है अशुभ” – बसंतराय गांव निवासी लाल चौधरी ने बताया कि दादाजी द्वारा बताया जाता था कि यह मंदिर अछूत है, क्योंकि जब राजा बसंतराय द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया था तो उस वक्त इस मंदिर में भगवान की स्थापना होने से पहले ही यहां एक गिद्ध आकर इसके ऊपर बैठ गई थी, जिस वजह से पौराणिक काल की मान्यताओं के अनुसार यह मंदिर अछूत हो गया था। वहीं, गांव के प्रमोद कुमार बताते हैं कि उन्होंने सुना था कि कई सौ वर्षों पहले जब यह मंदिर बनवाया जा रहा था, उसी दौरान किसी गर्भवती बंजारन का यहां प्रसव कराया गया था। इसलिए इस मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हो पाई। उधर, लोगों का मानना है कि जो भी इस मंदिर में प्रवेश कर लापरवाही करते हैं उनके जीवन में कुछ ना कुछ अशुभ हो जाता है।