राजनांदगांव। कोरोना पर नियंत्रण के लिए राजनांदगांव जिला प्रशासन 5 अक्टूबर को एक युद्ध कोरोना के विरूद्ध नामक अभियान चलाएगा। इस दिन शहर के 51 वार्डों में शिविर लगाए जाएंगे। कोरोना के खिलाफ लड़ाई के क्रम में जिला प्रशासन की ओर से होने वाले विशेष जांच शिविर के लिए प्रशासनिक स्तर पर व्यापक तैयारी की जा रही है। कोरोना जांच के लिए आयोजित किए जाने वाले शिविर के दौरान आवश्यक सावधानियों के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शिविर में उन सभी लोगों की जांच की जाएगी, जिनमें कोरोना के लक्षण नजर आएंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम के लगभग 400 कर्मचारी यहां मौजूद रहकर सैंपल कलेक्शन करेंगे। शिविर से पहले जिला प्रशासन की ओर से अपील भी की जा रही है कि यदि किसी में भी कोरोना से संबंधित कोई लक्षण हैं, तो वे स्वयं सामने आकर सैंपल दें। इससे समय पर इलाज हो सकता है तथा संक्रमण का फैलाव भी रूक सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि जिला प्रशासन का यह अभियान भी शहर के लिए यह अहम साबित होने वाला है। इससे पहले यानी कोरोना के शुरूआती दौर से ही कोरोना से जंग जीतने के लिए राजनांदगांव जिले में जबर्दस्त एकजुटता दिखाई दे रही है। अपनी-अपनी जिम्मेदारी व कर्तव्य के प्रति हर कोई सजग दिखाई दे रहा है और संभवत: इसी का सुखद परिणाम है कि कई लोग कोरोना को मात देकर अब फिर से उठ खड़े हुए हैं।
इस संबंध में सीएमएचओ राजनांदगांव डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया, कोरोना के खिलाफ जारी जंग को जीतने के लिए लोगों की भी सहभागिता व जागरूकता अहम है। कोरोना की रोकथाम के लिए ही 5 अक्टूबर को शहर के 51 वार्डों में विशेष शिविर लगाए जाएंगे और कोरोना जांच की जाएगी। उन्होंने बताया, शिविर में उन सभी लोगों की जांच की जाएगी जिनमें कोरोना के लक्षण पाए जाएंगे। विशेषकर जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है या वह डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, अस्थमा, हृदयरोग या फेफड़े की बीमारी से संक्रमित हैं तो उन्हें शिविर में आकर जांच जरूर कराना चाहिए।
यह लक्षण हैं तो जांच जरूर कराएं…
0 सर्दी, खांसी या बुखार है।
0 स्वाद या सूंघने की क्षमता का अभाव हो।
0 सांस लेने में परेशानी हो रही हो।
0 ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल 95 फीसदी से कम हो।