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अनुकंपा नियुक्ति : राज्य शासन की उदासीनता बरकरार, परिजनों का क्रमिक उपवास 34वें दिन भी जारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश साहू एवं जिला अध्यक्ष सुखीराम धृतलहरे ने बताया कि राज्य सड़क परिवहन निगम के अविभाजित मध्यप्रदेश में 31 दिसंबर 2002 से बटवारा होने पर उसका नियंत्रण परिवहन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत वर्ष 2002 से फरवरी 2016 तक रहा, यह प्रश्नवाचक है कि छत्तीसगढ़ शासन के परिवहन विभाग के अंतर्गत होने के पश्चात भी सामान्य प्रशासन विभाग छत्तीसगढ़ शासन का 2013 का निर्देश क्यों नहीं लागू किया गया, जबकि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देश शासन के समस्त विभाग निगम मंडलों में एक समान लागू होते हैं, इसके पश्चात फरवरी 2016 से नियंत्रण विभाग वित्त विभाग कर दिया गया, और मई 2020 से अब जल संसाधन विभाग को नियंत्रण विभाग बना दिया गया । इन सब पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिसंबर 2019 में निर्देश दिए गए कि अप्रेल 2020 तक अनुकंपा पीड़ितों को आदेश जारी किया जाए । इसके पश्चात दिसंबर 2019 में ही सी आई डी सी के संचालक मंडल की बैठक मुख्य सचिव महोदय आर पी मंडल की अध्यक्षता में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, सामान प्रशासन विभाग सचिव श्रीमती रीता शांडिल्य, सचिव परिवहन विभाग कमलप्रीत सिंह, द्वारा सी आई डी सी के लंबित अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों पर विचार करते हुए विभिन्न विभागों के निगम मंडलों में रिक्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति के आदेश किए जाने के संबंध में निर्णय लिया गया ।

किंतु इस निर्णय के 10 माह बीत जाने के बाद भी नियुक्ति आदेश जारी नहीं किया जाना अन्याय है । जबकि पूर्व राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों के 75 परिवारों के आश्रितों को यदि अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाएगी तो उसमें चतुर्थ वर्ग के लिए रु. 15,600 न्यूनतम वेतन के आधार पर 75 परिवारों को सालाना लगभग रू. 1 करोड़ 40 लाख राशि का व्ययभार हैं, जो कि शासन द्वारा किए जा रहे अन्य व्ययों से बहुत कम है। संगठन ने राज्य शासन से मांग की है कि पूर्व राज्य परिवहन निगम, वर्तमान सीआईडीसी के आकस्मिक निधन हुए कर्मचारी साथियों के परिजन के क्रमिक उपवास का 34वां दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं लिया गया हैं। माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा पारित निर्णय का पालन नहीं किया जाना भी अत्यंत निराशाजनक है। हताश होकर संगठन के तत्वाधान में परिजनों द्वारा क्रमिक उपवास दिनांक 2 अक्टूबर 2020 से कामरेड सत्तु शर्मा की मूर्ति के सामने, कामरेड नरेंद्र सिंह चंद्राकर कर्मचारी भवन सप्रे शाला परिसर में प्रारंभ किया गया है जो आज दिनांक तक निरंतर जारी है। वर्तमान में आंदोलन को शांति के साथ क्रमिक उपवास के रूप में किया जा रहा है। शासन द्वारा यदि कोई कार्यवाही नहीं की जाती है तो आंदोलन को उग्र रूप में परिवर्तित किया जाएगा। जिसकी सारी जवाबदेही शासन की होगी। आज के उपवास में शामिल हुए परिजनों में भूपेंद्र साहू, देवीलाल शुक्ला, के के पांडेय, विवेक चौहान, मोहम्मद जुनैद, जगजीत सिंह, प्रेम नारायण साहू, सूरज शर्मा, देवेंद्र शर्मा द्वारा उपवास किया गया और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम अनुकंपा नियुक्ति के आदेश को जारी करने हेतु कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस प्रदर्शन में संगठन के प्रांताध्यक्ष राकेश साहू, जिलाध्यक्ष सुखीराम धृतलहरे, उपाध्यक्ष गजेश यदु, महामंत्री प्रकाश शुक्ला, प्रांतीय पदाधिकारी बेनी राम गायकवाड, रामाधार साहू, शोभाराम बंजारे एवं अन्य साथी आज के इस आंदोलन में उपस्थित रहे।

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NEWSDESK

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