कोरबा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा के द्वारा सुभाष चौक कोरबा में नगरमंत्री के नेतृत्व में राष्ट्रवादी पत्रकार अर्णव गोस्वामी के गिरफ्तारी के विरोध में महाराष्ट्र सरकार का पुतला दहन किया गया। जिसमें पुलिस प्रशासन ने पुतला दहन रोकने का प्रयत्न किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा के नगर मंत्री मोंटी पटेल ने बताया कि अर्णव गोस्वामी जिस तरह से उन्होंने सच्चाई को उजागर कर रहे हैं पालघर से साधुओं के हत्या से लेकर सुशांत सिंह राजपूत कंगना राणावत मामले में मुखर थे इस वजह से उन्हें परेशान किया जा रहा है। शिवसेना किसी आतंकवादी की तरह व्यवहार कर रही है शिवसेना ने महाराष्ट्र पुलिस को पूरी तरह से बंधक बना लिया है। पुलिस बिल्कुल शिवसेना के प्राइवेट सेना की तरह काम कर रही है। इस घटनाक्रम में जहां अर्णव गोस्वामी को देशभर में नायक बना दिया तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार को उसके सहयोगी पूरी तरह खलनायक बना चुके हैं।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विवेक राजवाड़े ने भी बताया कि महाराष्ट्र सरकार जो कि जो कि जनता के मत से चुनी हुई सरकार नहीं है जो की जुगाड़ से बनी हुई सरकार है जो थोड़ा इधर से उठा लिया थोड़ा उधर से उठा लिया। महाराष्ट्र सरकार सत्ता का दुरुपयोग करते हुए ऐसे पत्रकार गिरफ्तार किया जो पालघर के साधुओं पर बात करती है जो महिला एक्ट्रेस को न्याय दिलाने की बात करती है जो जो ड्रग्स माफिया के विरुद्ध बात करता है ऐसे राष्ट्रवादी पत्रकार को पकडऩा लोकतंत्र की हत्या है जनता द्वारा दी गई ताकत का दुरुपयोग है।ं नगर मंत्री मोंटी पटेल ने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी देते हुए यह भी कहा की हम देश के युवा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ता इस बात को कतयी बर्दाश्त नहीं करेंगे हम अर्नब गोस्वामी के साथ रिपब्लिक के साथ और देश भर के सभी पत्रकारों के साथ अपनी आवाज़ को बुलंद कर रहें हैं और आगे भी करेंगे.. महाराष्ट्र सरकार खिलाफ देशभर में आक्रोश है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा द्वारा भी महाराष्ट्र सरकार का पुतला दहन किया गया। जिसमें मुख्य रुप से करन गुप्ता, अभिषेक तिवारी, सन्नी यादव, अमित श्रीवास, विकास यादव, रामी सोनवानी, राहुल निर्मलकर, अभिषेक साहू, राजमोहन, शिवराज यादव, नकुल महंत, आकाश तिवारी अमित सिंह, पोगराज, अभिजीत भरद्वाज, प्रकाश पटेल, संतोष मराठा दीपक केवट धीरेन्द्र साहू अरुण देवाँगन पंकज इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।