रायपुर। इन दिनों कांग्रेस पर उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत पूरी तरह से चरितार्थ हो रही है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में, एक तरफ तो यह सरकार सीमेंट, रेत समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं के रेट बढ़ा रही है, दूसरी तरफ महंगाई का विरोध कर रही है। आखिर इतना विरोधाभास क्यों है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल के रेट बढऩे पर कांग्रेस को साइकिल पर बैठकर प्रदर्शन कर रही है, असल में यदि उन्हें जनता की फिक्र होती तो वह पेट्रोलियम पर राज्य के वैट को कम कर देती और जनता को राहत मिल जाती। आज पूरा छत्तीसगढ़ कांग्रेस की इस नौटंकी को देखकर हंस रहा है और कह रहा है सच में बंदर के हाथ में उस्तरा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अभी प्रेस कांफ्रेस ली और कहा की भाजपा का दिल दिल्ली की सत्ता के लिए धड़कता है। उन्होंने यह नहीं बताया कांग्रेस तो सत्ता में आती ही गांधी परिवार की सेवा के लिए। कांग्रेसी नेताओं के लिए देश से पहले गांधी परिवार है। छत्तीसगढ़ में तो भूपेश सरकार मानो छत्तीसगढ़वासियों की सेवा से ज्यादा सोनिया-राहुल जी की सेवा में लगे हुये है, इसलिए तो सीएम कभी असम की जिम्मेदारी ले लेते हैं, कभी झारखंड की ले लेते हैं, अब सुना है उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी लेने वाले है। आज जनता पूछ रही है कि भाई छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी कब लोगे, आखिर कब तक आलाकमान को खुश करने के लिए प्रदेशवासियों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ करते रहोगे। आज पूरे प्रदेश में हाहाकार की स्थिति हैं, किसान, जवान, महिला, बेटी, मजदूर, वृद्ध, कर्मचारी, शिक्षक सब सड़क पर अपने अधिकार मांग रहे हैं लेकिन काम करने की जगह यह प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। देश में भला छत्तीसगढ़ की पहली सरकार है जो अपना कामधाम छोड़कर अपनी कमियां छिपाने विरोध प्रदर्शन और आंदोलन में लगी हुई है। ढाई साल तो इसी नौटंकी में निकल गया, लगता है आगे ढाई साल बाद भी इसी में निकलना है क्योंकि इनकी पिक्चर तो आखिर फैल ही है। भूपेश सरकार बहानेबाज, नौटंकीबाज, बतोलेबाज, चालबाज, षडयंत्रबाज ही हैं न इनसे कभी काम हुआ है न ही कभी होगा। ढाई साल में साबित हो गया है, कि सरकार चलाना इनके बस की बात नहीं है। कांग्रेस मतलब भ्रष्टाचार, कांग्रेस मतलब कमीशनखोरी, कांग्रेस मतलब सांप्रदायिकता, कांग्रेस मतलब विकास ठप्प, कांग्रेस मतलब कालाबाजारी, कांग्रेस मतलब गुंडागर्दी, कांग्रेस मतलब अराजकता, कांग्रेस मतलब नौटंकी, कांग्रेस मतलब झूठ,छल,धोखा। जहां भी कांग्रेस होगी यह सब जरूर होगा। छत्तीसगढ़ भी ढाई साल से यही देख रहा है।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने अभी प्रेस कॉफ्रेंस कर केन्द्र सरकार पर महंगाई को लेकर आरोप लगाए मैं कुछ बिंदू आपके सामने रखना चाहता हूं।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें बढऩे से महंगा हो रहा डीजल-पेट्रोल
0 भारत मुख्य रूप से आयात के माध्यम से अपनी घरेलू तेल की मांग को पूरा करता है। अपनी जरुरत का 80 फीसदी से ज्यादा कच्चा तेल बाहर से मंगवाता है। कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ही तय करता है। भारत को भी उसी कीमत पर कच्चा तेल खरीदना पड़ता है जो ओपेक तय करता है। सरकारी तेल कंपनिया पेट्रोल-डीजल की कीमत रोज उसी के आधार पर तय करती है। इसी कारण पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं।
0 पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढऩे के पीछे मुख्य वजह इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम का 76 डॉलर प्रति बैरल (आंकड़े जून तक) से अधिक हो गया है। इससे घरेलू बाजार में भी दाम बढ़ गए हैं। पेट्रोल, डीजल के दाम वैश्विक बाजारों के मुताबिक चलते हैं। भारत अपनी कुल जरूरत का 80 प्रतिशत तेल आयात करता है।
0 जब केन्द्र में मनमोहन सिंह जी की सरकार थी तब भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते थे, तब कांग्रेस के मंत्री अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों के बढऩे का हवाला देते थे। आज वही सवाल कर रहे हैं। यह छद्मवाद, नौटंकी नहीं है तो क्या है?
0 कांग्रेस को नौटंकी की आदत है, 70 साल तक उन्होंने यही तो किया है, महंगाई को लेकर अभी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस साइकिल रैली कर रही है, यह नौटंकी नहीं है तो क्या है। आखिर प्रदेश की जनता की इतनी ही चिंता है तो फिर कांग्रेस शासित राज्य पेट्रोल और डीजल पर टैक्स क्यों नहीं घटाते हैं।
0 छत्तीसगढ़ में फिलहाल पेट्रोल पर स्टेट टैक्स यानी वैट के रूप में 25 प्रतिशत प्लस 2 रुपए तथा डीजल पर 25 प्रतिशत प्लस 1 रुपए प्रति लीटर वसूल किया जा रहा है। भूपेश बघेल यदि दोमुंहे नहीं हैं तो वह वैट पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर प्रदेश की जनता को राहत देना चाहिए आखिर वो टैक्स कम क्यों नहीं करते।
0 सोचिए! मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ढाई साल में पेट्रोल-डीजल पर एक रुपए का भी वैट कम नहीं किया, जिसके कारण प्रदेशवासियों को महंगा पेट्रोल मिल रहा है। केन्द्र में जब मनमोहन सिंह की सरकार थी और मैं मुख्यमंत्री था, तब केन्द्र जब भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाता था, हम लोगों को राहत देने के लिए वैट कम कर देते थे। आज जो पेट्रोल-डीजल का टैक्स अन्य राज्यों के मुकाबले कम है, वह हमारी सरकार के अच्छे प्रबंधन के कारण ही है। भाजपा सरकार ने 15 साल की सरकार में कई बार वैट कम किया, आखिर भूपेश सरकार बताए पिछले ढाई साल में उन्होंने कितना टैक्स घटाया।
0 पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम करने मोदी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है, सीएनजी, इलेक्ट्रिक व अन्य ईधनों के इंस्तेमाल पर भी जोर दे रही है। इसी कड़ी में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी ने विदर्भ को डीजल मुक्त बनाने के लिए देश के पहले एलएनजी पंप का लोकार्पण भी अभी कुछ दिन पहले ही किया है।
0 कांग्रेस की यूपीए सरकार के मुकाबले सात सालों से महंगाई नियंत्रित है, मोदी जी की सरकार गरीबों के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से भी राहत दे रही है।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून आवश्यक है
0 बढ़ती हुई जनसंख्या समाज में व्याप्त असमानता समेत प्रमुख समस्याओं का मूल है। समुन्नत समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या नियंत्रण पहली शर्त है। जिस तेज गति से आज संसाधनों का दोहन हो रहा है, ऐसे में हमें जनसंख्या नियंत्रण को लेकर गंभीर होना चाहिए।
0 भारतीय जनता पार्टी के लिए राष्ट्र प्रथम होता है, इसलिए राष्ट्र हित में जो भी आवश्यक कार्य होते हैं, उन्हें वह जरूर पूरा करती है। जैसे-तीन तलाक, धारा 370 आदि, इसी तरह आज की आवश्यकता जनसंख्या नियंत्रण कानून है। जिसे लेकर उत्तर प्रदेश समेत कई भाजपा शासित राज्य प्रयास कर रहे हैं।
0 जनसंख्या नियंत्रण के लिए जरूरी है कि इसे कानून के दायरे में लाया जाए। इस देश की आगे आने वाली पीढ़ी के लिए जरूरी है कि जनसंख्या नियंत्रण में हो। साधन-संसाधन की अपनी सीमा होती है इसलिए जरूरी है कि जनसंख्या नियंत्रित की जाए।
0 कांग्रेस हमेशा से सत्ता लोलुपी रही है, उन्होंने जो भी निर्णय लिए सब में अपना राजनीतिक स्वार्थ पहले देखा है। इंदिरा गांधी जी की सरकार के समय में किस तरह से जबरन नसबंदी कर लोगों को प्रताडि़त कर परिवार नियोजन के लिए दवाब डाला गया था, वह देश जानता है। भाजपा सरकार कांग्रेस की तरह पोपूलेशन कंट्रोल नहीं करेगी, इसके लिए जनजागृति के अभियान चलाए जाएंगे, जनचेतना की जागृति के जितने प्रयास हो सकते हैं वह किये जाएंगे और फिर जनमानस के प्रयासों से ही हम जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाएंगे।
0 भाजपा की नीति कांग्रेस से उलट है, हम जनता में परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता लाना चाहते हैं। जिससे लोग स्वयं ही यह बात समझे की छोटा परिवार होने के कितने अधिक फायदे हैं।
0 कांग्रेस की नीयत में ही खोट है, यही देश के माथे पर चोट है, कांग्रेस ने कभी देश के हित में प्रयास नहीं किया। कांग्रेस का मतलब गांधी परिवार है, और 60 साल तक वे सिर्फ गांधी परिवार की सेवा में ही लगे रहे।
0 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में देश में बिजली, पानी, सड़क की बुनियादी आवश्कताओं और इंफ्र्स्ट्रक्चर के विकास के साथ ही, सामाज सुधार और राष्ट्र के गौरव को बढ़ाने के लिए भी नित नवाचार कर रही है, अनेक विकास कार्य भी किये जा रहे हैं।