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आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी का 106 वर्ष की आयु में निधन, कई हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया

देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद पहली बार वोट डालने वाले या यूं कहें कि आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी का निधन हो गया. वो 106 साल के थे. उनके निधन पर हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है. नेगी के निधन पर कई हस्तियों ने शोक जताया है. उनमें गृह मंत्री अमित शाह, सीएम जयराम ठाकुर और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शामिल हैं. इन सभी नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से गहरा दुख व्यक्त किया है. गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा है कि देश के प्रथम वोटर हिमाचल के श्याम सरन नेगी जी का निधन दु:खद है. देश के पहले चुनाव से लेकर अब तक सभी चुनावों में उन्होंने मतदान किया. 106 वर्ष की आयु में देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनकी आस्था व प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणीय है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे. ऊँ शांति. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्विटर के माध्यम से श्याम शरण नेगी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता किन्नौर के श्री श्याम सरन नेगी जी के निधन का दुखद समाचार मिला. श्री श्याम सरन नेगी जी ने इतनी लंबी आयु तक सदैव मतदान करके लोकतंत्र के प्रति कर्तव्य की अद्वितीय मिसाल पेश की. उनकी कर्तव्यनिष्ठा हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी. ईश्वर उन्हें श्रीचरणों में स्थान दें. श्री श्याम सरन नेगी जी के परिजनों एवं प्रियजनों के प्रति मेरी भावपूर्ण संवेदनाएं. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता एवं किन्नौर से संबंध रखने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन की खबर सुनकर दु:खी हूं. उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए 34वीं बार बीते 2 नवंबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए अपना पोस्टल वोट डाला, यह याद हमेशा भावुक करेगी. ऊँ शांति! हिमाचल प्रदेश के रहने वाले श्याम शरण नेगी का जन्म साल 1917 में जुलाई के महीने में हुआ था. उन्होंने 25 अक्टूबर 1951 में पहली बार मतदान किया था और स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता बने थे. साल 1951 से लेकर अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव में मतदान कर चुके थे. वो हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कल्पा में हुआ था.

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