हमारा देश भारत सनातन धर्म के मानने वालों का दुनि या का सबसे बड़ा देश हैं. यहां हमें हर गली नुक्कर पर छोटा बड़ा कोई न कोई मंदिर अवश्य मिल जाएगा. इसलिए भारत को मंदिरों का देश कहना कोई बड़ी बात नहीं होनी चाहिए.
इन मंदिरों में से कई मंदिर प्राचीन काल है जिन्हें रहस्यमयी माना जाता है. आज हम आपको अपने देश के कुछ ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां तांत्रिक क्रियाएं यानी जादू-टोना आज भी किया जाता है इसीलिए ये मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध भी हैं. चलिए अब आपको बताते हैं कि भारत के किन मंदिरों में तंत्र विद्या यानी मंत्र मंत्र आज भी किया जाता है.
वेताल मंदिर, उडिशा
सबसे पहले बात करते हैं ओडिशा में स्थित वेताल मंदिर की. ये मंदिर ओडिशा की राजधानी भुवेनश्वर में स्थित है. इस मंदिर का निर्माण आठवीं सदी में कराया गया था. इस मंदिर में बलशाली चामुण्डा की मूर्ति स्थापित है. बलशाली चामुण्डा को मां काली का ही एक रूप माना जाता है. ओडिशा के इस मंदिर में हमेशा तांत्रिक क्रियाएं चलती रहती हैं.
बैजनाथ मंदिर, हिमाचल प्रदेश
बैजनाथ मंदिर हिमाचल प्रदेश में है. ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा की जाती है. यहां पर शिव लिंग के रूप में विराजमान हैं. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का पानी पाचन शक्ति को दुरुस्त करता है. इस मंदिर में भी हमेशा तांत्रिक क्रियाएं चलती रहती हैं.
कालीघाट मंदिर, कोलकाता
कालीघाट मंदिर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित है. तांत्रिक क्रियाओं में लिप्त रहने वाले लोगों के बीच कालीघाट का मंदिर बेहद प्रसिद्ध है. यहां पर साल भर तंत्र-मंत्र करने वाले लोगों का तांता लगा रहता है. ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर देवी सती की अंगुलियां गिरी थीं.
कामाख्या मंदिर, असम
असम के कामाख्या मंदिर को तंत्र क्रियाओं का गढ़ माना जाता है. मान्यता है कि इस स्थान पर देवी की योनि गिरी थी. यहां पर हमेशा तांत्रिकों का जमावड़ा रहता है.
खजुराहो मंदिर, मध्य प्रदेश
वैसे तो सभी खजुराहो को उसकी कामुक मूर्तियों के लिए जानते हैं लेकिन इस मंदिर में बड़े स्तर पर तांत्रिक गतिविधियां भी होती हैं.
काल भैरव मंदिर, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित काल भैरव मंदिर में भैरव की श्याम मूर्ति की पूजा होती है. पूरे देश से तांत्रिक और अघोरी सिद्धियों के लिए लोग यहां आते हैं.
बालाजी का मंदिर, राजस्थान
ये मंदिर राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित है. मेहंदी पुर बालाजी का मंदिर भी केवल तंत्र क्रियाओं के प्रसिद्ध है बल्कि यहां पर भूत-प्रेत की बाधा भी उतारी जाती है. तंत्र शास्त्र में इस मंदिर का बहुत महत्व है. बता दें इन सभी मंदिरों में तंत्र मंत्र क्रियाएं होती हैं. भारत के ये धार्मिक स्थल अपनी ऐतिहासिकता और चमत्कारों के कारण श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं लेकिन रात के समय यहां पर लोगों को आने से भी डर लगता है. रात्रि के समय यहां आने वाले लोगों को तंत्र क्रिया की चपेट में आने का भय हमेशा सताता रहता है.