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ऐसे बुझ रही यहां वन्यप्राणियों की प्यास, सुबह से लेकर शाम तक ट्रेक्टरों से भरा जाता है टंकी में पानी

रायगढ़ । गर्मी बढ़ते ही हर कोई व्याकुल हो जाता है और इसका असर वन्यप्राणियों पर भी देखा जाता है। जंगल में पानी का श्रोत धीरे धीरे कम होने लगता है।

इसके बाद वन्यप्राणी पानी की तलाश में भटकते हैं। ऐसे में कई बार वे किसी शिकारी का शिकार भी बन जाते हैं। इन्हीं सब बातो को ध्यान में रखते हुए पिछले कई सालों से गोमर्डा अभ्यारण्य में जगह जगह पानी की टंकियों में पानी भर जाता है। इस साल भी कई ट्रेक्टर पानी हर दिन यहां की टंकियों में भरा जा रहा है।

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि गोमर्डा अभ्यारण्य के बरमकेला और सांरगढ़ रेंज में वन्यप्राणियों की भरमार है और इन वन्यप्राणियों को गर्मी में पानी के लिए भटकना न पड़े इसके लिए अलग अलग कई जगह पर पानी टंकी बनाया गया था। अब गर्मी में सुबह व शाम के समय इन टंकियों में ट्रेक्टर से पानी लाकर उसमें पानी भरा जाता है।

इसके बाद शाम को वन्यप्राणी टंकियों तक पहुंचते है और अपनी प्यास बुझाते हैं। इनकी निगरानी भी लगातार विभागीय कर्मचारी करते रहते हैं।

यही कारण है कि गर्मी के दिनों में अब वन्यप्राणी पानी के लिए इधर उधर भटकने के बजाए पानी की टंकियो तक पहुंचते हैं और पर्यटक भी इन्हें आसानी से देख पाते हैं।

लगभग बीस से अधिक पानी की टंकी

गोमर्डा अभ्यारण के बरमकेला और सारंगढ़ रेंज में अलग अलग जगह पानी की टंकी जंगल के भीतर निर्माण कराया गया था और दोनों रेंज मिलाकर करीब बीस से अधिक टंकियों में पानी भरा जाता है। बताया जा रहा है कि अब तो वन्यप्राणी भी ट्रेक्टर को पहचनाने लगे हैं और इसकी आवाज सुनकर वे विचलित नहीं होते।

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