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ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, यूपीआई पेमेंट्स पर खास नज़र रखें

अम्बिकापुर । निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त विशेष प्रेक्षकों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक लेकर आदर्श आचार संहिता के पालन, मतदान प्रतिशत में वृद्धि और निर्वाचन अवधि में कानून व सुरक्षा व्यवस्था पर जानकारी ली। आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ के लिए नियुक्त विशेष सामान्य प्रेक्षक आईएएस धर्मेन्द्र एस. गंगवार, विशेष पुलिस प्रेक्षक आईपीएस अनिल कुमार शर्मा, विशेष व्यय प्रेक्षक आईआरएस राजेश टूटेजा हैं। इनके साथ संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर भी बैठक में उपस्थित रहे। बैठक में समस्त विधानसभा क्षेत्रों के सामान्य, व्यय एवं पुलिस प्रेक्षकों सहित संभागायुक्त शिखा राजपूत तिवारी एवं आईजी अंकित गर्ग भी उपस्थित रहे। बैठक में आदर्श आचार संहिता के पालन और उल्लंघन के प्रकरणों पर चर्चा करते हुए विशेष सामान्य प्रेक्षक गंगवार ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिप्रिय निर्वाचन के लिए जरूरी है, कि मतदाताओं को दिए जाने वाले प्रलोभनों पर सख्त नजर रखी जाये। इसके लिए जिले में जो फ्लांइग स्कवाड और स्टेटिक सर्विलांस टीम गठित की गई है, वे सतर्क रहें। बदलते समय के साथ इन प्रलोभनों को मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए नए नए तरीके अपनाये जा रहे हैं। वाहनों की सघन जांच की जाये। संदिग्ध लगने पर बिना किसी हिचकिचाहट के जांच करें। विशेष व्यय प्रेक्षक टुटेजा ने कहा कि राशि के वितरण में यूपीआई पेमेंट्स पर खास नजर रखी जाये। प्रलोभन के पैटर्न को समझें जिससे कार्रवाई करने में मदद होगी। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में सामग्री की खरीदी या भंडारण, अवैध शराब, नशीले पदार्थों का परिवहन, बैंकों से विशेष संख्या में राशि का ट्रांजेक्शन, इन सभी बिंदुओं पर आबकारी, पुलिस एवं लीड बैंक को  निगरानी रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिले में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर अभ्यर्थियों पर की कार्यवाही की जानकारी दी।

निर्वाचन अवधि में जिले में कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तार से की गई चर्चा, 16 कंपनियां होंगी सुरक्षा में तैनात : 

विशेष पुलिस प्रेक्षक शर्मा ने जिले में निर्वाचन अवधि में जिले में कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की। पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि जिले में 45 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हांकित हैं। उन्होंने बताया कि जिले में निर्वाचन अवधि में सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ और सशस्त्र सेना बल की कुल 16 कंपनियां तैनात रहेंगी। इसके साथ ही जिले में निर्वाचन के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने आदतन अपराधियों को जिला बदर की कार्रवाई भी की गई है। पुलिस प्रेक्षक शर्मा ने कहा कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण निर्वाचन के सुदृढ़ कानून व्यवस्था होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही मतदाताओं को प्रलोभनों दिए जाने के मामलों पर भी नजर रखें, यह उपद्रवियों द्वारा अशांति का कारण बन सकते हैं।

पिछले विधानसभा चुनाव के वोटिंग प्रतिशत की ली जानकारी, इस बार प्रतिशत बढ़ाने पर दिए सुझाव : 

विशेष प्रेक्षकों ने जिले में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हुई वोटिंग प्रतिशत की विधानसभा वार जानकारी ली। उन्होंने सबसे कम से सर्वाधिक की रेंज में वोटिंग प्रतिशत पर चर्चा की। उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुनील नायक ने जिले की संक्षिप्त जानकारी दी। सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर ने बताया कि जिले में 79 मतदान केंद्र हैं, जहां पिछली बार कम वोटिंग हुई। ऐसे मतदान केंद्रों के क्षेत्र में मतदान कम होने के कारणों का विश्लेषण किया गया है और विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लोगों मतदान अवश्य करने प्रेरित किया गया है। प्रेक्षकों ने मतदाताओं के मतदान केंद्रों में एंट्री और एग्जिट को सुविधाजनक बनाने, भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों अनुरूप पिक एंड ड्रॉप की सुविधा, वोटर स्लिप वितरण के दौरान मतदान की शपथ लेने सहित कॉल अथवा एसएमएस के माध्यम से नवाचार करते हुए लोगों को मतदान दिवस पर मतदान करने जाने की अपील किए जाने के सुझाव दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त अभिषेक कुमार, समस्त रिटर्निंग ऑफिसर एवं नोडल अधिकारी सहित निर्वाचन संबंधी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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