रायपुर। खुडमुड़ा टार बांध सुदृढ़ीकरण योजना के तहत खुडमुड़ा में सिंचाई हेतु विगत 2 माह पूर्व हुए लगभग 2.50 किलोमीटर का कार्य अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई है। यह कार्य 2 माह पूर्व लगभग 2 करोड़ की लागत से हुआ था। इस निर्माण कार्य से जहां सिंचाई व्यवस्था सुदृढ होने की आशंका से किसान खुश थे वही अब किसानों में मायूसी आ गयी है। क्योंकि यह कार्य व्यवस्थित रूप से न होकर अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई है। जिला पंचायत सभापति एवं अंकुर समाज सेवी संस्था के प्रदेश संयोजक राहुल योगराज टिकरिहा ने ग्रामीणों के साथ नहर का निरीक्षण कर जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान बहुत से अनियमितता और गुणवत्ता में कमी पाई गई है। सभापति टिकरिहा ने जानकारी देते हुए बताया कि नहर से लगे खेतो के मेढ़ की मिट्टी बहकर नहर में आ गए है साथ ही मेढ़ में लगे तार घेरा भी टूट रहा है। सबसे दुर्भाग्य की बात तो यह है कि नहर के पानी को जिस ओर बहना था उस ओर न बहकर विपरीत धारा में बह जाती है। नहर के आस पास के खेत बंजर हो गए है जो इसी पानी से लहलहाते थे। नहर से लगे खेत के मालिकों ने बताया की मेड के मिट्टी नहर पानी से कटाव के कारण बह जा रहा है। जिससे मेड टूट रहे है और तार घेरा भी टूट गया है। तार घेरा के टूटने से जानवर खेतों में घुसकर फसल को क्षति पहुंचा रहें है। निरीक्षण के दौरान प्रमुख रूप से सकुन वर्मा, उर्वशी वर्मा, अहिल्या वर्मा, रजनी वर्मा, कृष्णा राव, रामनारायण वर्मा, सूरज कुमार सोनवानी, राजेंद्र प्रसाद वर्मा, राकेश सेन (पंच), सीताराम यादव, कमल वर्मा, राजेंद्र वर्मा, बघेला नायक, फत्ते, रामचंद्र यादव, शिव कुमार पहाड़ी, चंद राम, लतेलु यादव, मोहन यादव, राजेश साहू, परदेसी यादव, नारायण साहू, पवन यादव, संतोष वर्मा, जितेंद्र यादव, राकेश साहू, गजेंद्र वर्मा, साकेत साहू उपस्थित थे।