इंदौर। अपनी पत्नी की बेवफाई से त्रस्त एक वकील ने मौत को गले लगा लिया। इस वकील ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें पत्नी की बेवफाई की दास्तां लिखी गई है। साथ ही उसने अपनी मौत के लिए पत्नी, प्रेमी, साडू, सास और मुंह बोली सास को दोषी बताया है। पुलिस के अनुसार, उदापुरा निवासी 44 वर्षीय संजीव पुत्र ओमप्रकाश मेहरा वकालत करते थे। उन्होंने गत 24 जून की सुबह घर पर जहर खा लिया था। भाई राजदीप ने उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां शनिवार सुबह संजीव की मौत हो गई। पंढऱीनाथ टीआई के मुताबिक संजीव के बयान नहीं हो सके थे। जांचकर्ता ने बताया कि संजीव से चार पेजों का सुसाइड नोट जब्त हुआ है। उसने मौत के लिए पत्नी की बेवफाई का जिक्र करते हुए पत्नी, उसके प्रेमी सहित अन्य लोगों को जिम्मेदार बताया है। शव को पोस्टमार्टम के भेज दिया है और पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
यह लिखा नोट में
मैं संजीव मेहरा अपनी पत्नी अंतिम मेहरा से बहुत प्यार करता था। आंखे बंद कर उस पर विश्वास किया। उसने मेरा विश्वास तोड़कर योगेश द्विवेदी नाम के व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चालू कर दिया। दोनों में आठ माह से अफेयर है…। रंजना दुबे इसमें शामिल है…। मेरी पत्नी बच्चों को छत पर खेलता छोड़कर मेरी अनुपस्थिति में 16 जून को लॉकडॉउन के दौरान बिना बताए घर से चली गई। रात को अपने मायके धार जा पहुंची। इस बीच वह अपने आशिक के साथ थी। उसी ने उसे धार छोड़ा होगा…। मेरे साडू ने मुझे फोन कर उसके धार में पहुंचने की बात बताई। वहीं मेरी सास प्रेमलता से बात हुई तो उसने मुझे नाकारा बताकर अंतिम से तलाक दिलवाने की धमकी दी…। मेरी मौत के जिम्मेदार मेरी पत्नी अंतिम, उसका आशिक योगेश द्धिवेदी, सास प्रेमलता, साडू अरुण टांक और मेरी पत्नी की मुंह बोली मां रंजना दुबे है…। मुझे मरने का गम नहीं… पर बच्चों की चिंता हैं…। योगेश और मेरी पत्नी मुझे मेरी प्रॉपर्टी के लिए मारना चाहते हैं। इसके सबूत मेरे मोबाइल में है। मेरी पत्नी के साथ तीन ज्वाईंट प्रॉपर्टी है। मेरी मौत के बाद ये पत्नी की हो जायेगी। योगेश रजिस्ट्री का काम करता है। ये बात उसने मेरी पत्नी को बताई है…। बच्चों से कहना चाहता हूं कि तुम्हारे पिता बुरे नहीं है। हालात ने बुरा बना दिया। मेरी मौत के बाद मेरी प्रॉपर्टी पर मेरे बच्चों को मिलना चाहिए..। बेटा हर्षित खुब पढ़े डॉक्टर बनकर दिखाए और छोटे भाई हार्दिक का ख्याल रखें। (एजेंसी)